भारत में कोई भी कागजी काम करवाने के लिए कई दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। चाहे स्कूल या कॉलेज में एडमिशन लेना हो या आधार कार्ड, पैन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना हो- इन सभी कामों के लिए अलग-अलग तरह के दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है। लेकिन हाल ही में भारत सरकार द्वारा नए नियम जारी किए गए हैं, इस नियम के तहत अब सिर्फ एक सर्टिफिकेट से ही सारे कागजी काम पूरे हो जाएंगे। अब भारत में सभी नागरिकों के पास यह प्रमाणपत्र होना बहुत जरूरी हो गया है।
समय बर्बाद करना बंद करो और गूगल का ये बिजनेस कर लाखों रुपये कमाओ | Google Business Ideas
स्कूल-कॉलेजों में एडमिशन लेते समय आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास जैसे कई तरह के दस्तावेज मांगे जाते हैं। काफी हद तक ये दस्तावेज़ लोगों के पास उपलब्ध नहीं हैं. इन सभी दस्तावेजों की मांग की समस्या को खत्म करते हुए सरकार ने जन्म प्रमाण पत्र को एक ही दस्तावेज के रूप में लागू कर दिया है।
आयुष्मान कार्ड खुशखबरी: घर बैठे बनाएं अपना आयुष्मान कार्ड, जानें क्या है नया अभियान और पूरी रिपोर्ट?
एकल दस्तावेज़ का मतलब है कि आपको किसी भी कागजी कार्रवाई के लिए केवल जन्म प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी। यह नियम जन्म और मृत्यु पंजीकरण (संशोधन) अधिनियम, 2023 के तहत लागू किया गया है, जिसे 1 अक्टूबर से भारत के सभी नागरिकों के लिए लागू किया गया है।
सरकार दे रही है 64 लाख रुपये, बेटी की शादी के खर्च से मिलेगी राहत
1 अक्टूबर से देशभर में सिग्नल डॉक्यूमेंट नियम लागू
भारत सरकार ने 1 अक्टूबर से पूरे भारत में “सिंगल डॉक्यूमेंट” नियम लागू कर दिया है। अब स्कूल, कॉलेज में एडमिशन लेना हो, ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करना हो या आधार या पासवर्ड बनवाना हो, सभी काम आप कर सकेंगे। जन्म प्रमाण पत्र की सहायता से ये बातें।
हमें फॉलो करें
Telegram | Join Group |
Join Group | |
Like Page | |
Youtube | Click Here |
Admin Instagram | Follow |